Bihar Election 2020: बिहार में चुनावी तारीख नजदीक है और सीटों का बंटवारे पर पार्टियों में घमासान मचा हुआ है। वहीं महागठबंधन के लिए आज अहम दिन है। कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के कड़े बयान से नाराज राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव अब सीधे कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी और राहुल गांधी से बात करेंगे। बिहार के नेताओं को दरकिनार कर सीधे कांग्रेस नेतृत्व से इस बातचीत को आरजेडी की तरफ से अंतिम कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।
बता दें की कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने तेजस्वी यादव के अनुभव और योग्यता पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि अगर सीटों की बात नहीं बनी तो कांग्रेस हर स्थिति के लिए तैयार है। महागठबंधन की इस स्थिति को लेकर सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है।
गोहिल के बयान से तेजस्वी नाराज
चुनावों को लेकर महागठबंधन में सीट बंटवारे का पेंच फंसा हुआ है। आरजेडी करीब 150 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। कांग्रेस अपने लिए 70 से 80 सीटें मांग रही है, लेकिन आरजेडी 65 से अधिक देने के लिए तैयार नहीं है। कांग्रेस किसी समझौते के मूड में नहीं है। इसे लेकर कांग्रेस के कई नेताओं के बयान पहले भी आ चुके हैं। इस बीच बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के ताजा बयान से तेजस्वी यादव बेहद नाराज बताए जा रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कही थी ये बात
शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि युवा तेजस्वी यादव में अनुभव की कमी है, उन्हें कोई गुमराह कर सकता है। अगर लालू प्रसाद यादव जेल में नहीं रहते तो यह मामला सुलझ गया होता। गोहिल ने चेतावनी दी कि कांग्रेस और आरजेडी के अलग-अलग चुनाव लड़ने पर आरजेडी को नुकसान होगा। उन्होंने यह चेतावनी भी दी कि कांग्रेस अपने सहयोगियों के साथ मिल कर कोई भी फैसला कर सकती है। आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने इसका जवाब देते हुए कहा है कि कांग्रेस अपनी जिद छोड़ आरजेडी की बात मान ले और महागठबंधन के मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी पर सवाल न उठाए। कांगेस छेड़ेगी तो आरजेडी उसे नहीं छोड़ेगी।