दरभंगा । बिहार में दूर-दूर तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कोई विकल्प नहीं है। मुख्मंत्री ने अपने कार्यकाल में शिक्षा, स्वास्थ्य, किसान की समस्या का निराकरण, रोजगार, बिजली, सड़क सहित अन्य क्षेत्रों बेहतरीन कार्य किए हैं। स्कूली छात्राओं को साइकिल योजना, पोशाक सहित अन्य प्रोत्साहन योजनाओं से सबल बनाया। उपरोक्त बातें सूबे के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मदन सहनी ने कहीं। वे बुधवार को आगामी सात सितंबर को आयोजित होने वाली मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की वर्चुअल रैली को सफल बनाने को ले जदयू की विस्तारित बैठक को संबोधित कर रहे थे। कहा- राज्य में विपक्ष पूरी तरह बिखरा हुआ है। लहेरियासराय स्थित होटल होली डे इन में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष प्रो. विनय कुमार चौधरी ने की। सभा को संबोधित करते पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. अली अशरफ फातमी ने कहा कि नीतीश कुमार ने सभी वर्गों का विकास किया है। इनके शासन काल में अल्पसंख्यक, अति पिछड़ा, महादलित वर्गों के लोगों तक सुविधाएं पहुंचाई गई। बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा में प्रभावित परिवारों को छह हजार रुपया सहायता के तौर पर किया गया। 2005 के पहले बिहार अंधेरे में डूबा रहता था। अब सूबे के ग्रामीण इलाके तक 24 घंटे बिजली बहाल करवाई जा रही है। सात सितंबर को आयोजित वर्चुअल रैली को सफल बनाने के लिए अधिक संख्या में लोगों को ऑनलाइन माध्यम से जोड़ना है। रैली का प्रसारण पार्टी के डिजिटल पोर्टल जदयू डॉट कॉम पर देखा जा सकता है। नीतीश कुमार के सामने कोई चेहरा नहीं है जो बिहार का नेतृत्व कर सके। वहीं, जिला संगठन प्रभारी जियाउद्दीन खान में रैली को सफल बनाने की अपील की। कहा- कार्यक्रय से जुड़ने के लिए वाट्सएप ग्रुप तथा एसएमएस द्वारा एवं प्रदेश कार्यालय से अलग से भी लिक भेजा जाएगा। बेनीपुर विधायक सुनील चौधरी ने कहा कि दरभंगा ही नहीं पूरे बिहार के गांवों में सीएम ने सड़क व पुल-पुलियों का जाल बिछाया है। विधायक डॉ. फराज फातमी ने कहा कि मुख्यमंत्री के कार्यों से प्रभावित होकर मैं जदयू में आया हूं। बैठक में हायाघाट विधानसभा के विधायक अमरनाथ गामी, पूर्व विधायक डॉ. इजहार अहमद, रामनिवास प्रसाद, प्रफुल्ल ठाकुर, राजेश्वर चौपाल, अरविद ज्योति, आशुतोष राम, प्रवेश पासवान, सुनील भारती, शंभू नाथ झा, ललिता झा, दीदार हुसैन चांद, श्याम किशोर प्रधान, जियाउर रहमान तारा, अली हसन अंसारी, डॉ. रंजीत चौधरी ,गोपाल मंडल, राम शंकर सिंह, हाफिज अबु शहमा, राजेंद्र राम, अवधेश लाल देव, कन्हैया प्रसाद साह, राजेंद्र राम, शशिकांत प्रसाद, अहमद रजा बबलू, पप्पू चौधरी ,विपिन कुमार, विनोद मिश्रा, राजकुमार, कीर्ति मोहन झा, अनिल आजाद, शर्मा पासवान सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे। बैठक में नेताओं ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि अर्पित की।