बिहार चुनाव 2025 में महागठबंधन के अंदर सीट बंटवारे को लेकर चल रही रस्साकशी के बीच दरभंगा की जाले सीट पर बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ है। इस सीट से आरजेडी नेता ऋषि मिश्रा अब कांग्रेस के सिंबल ‘हाथ’ पर चुनाव लड़ेंगे। शुक्रवार को उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर नामांकन दाखिल किया।
पहले खबर थी कि कांग्रेस इस सीट से मोहम्मद नौशाद को मैदान में उतारेगी। नौशाद वही नेता हैं, जिनके मंच से राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। जब यह बात दिल्ली स्थित कांग्रेस हाईकमान तक पहुंची कि नौशाद को टिकट दिया गया है, तो रातों-रात फैसला बदल दिया गया और खेल पलट गया।
कांग्रेस ने बदला फैसला, मिश्रा को दिया टिकट
महागठबंधन के फॉर्मूले के तहत जाले सीट कांग्रेस के खाते में गई थी, लेकिन आरजेडी लगातार चाहती थी कि ऋषि मिश्रा को यहां से उम्मीदवार बनाया जाए। कांग्रेस की शुरुआती सूची में जाले सीट का नाम नहीं था, हालांकि भीतरखाने चर्चा थी कि नौशाद को टिकट मिल सकता है।
जैसे ही यह खबर फैली, मामला तूल पकड़ गया और बीजेपी ने इसे तुरंत राजनीतिक मुद्दा बना लिया। वहीं, आरजेडी के ऋषि मिश्रा, जो पहले से इस सीट से उम्मीद लगाए बैठे थे, कांग्रेस के खाते में सीट जाने से मायूस थे। लेकिन रातों-रात हालात बदल गए।
पटना से दरभंगा पहुंचे, दाखिल किया नामांकन
कांग्रेस ने तत्काल निर्णय लेते हुए आरजेडी से कहा कि ऋषि मिश्रा को कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव मैदान में उतारा जाए। जल्दबाजी में मिश्रा को पार्टी का सिंबल दिया गया और उन्होंने शनिवार को जाले सीट से नामांकन दाखिल किया।
नामांकन के बाद ऋषि मिश्रा ने कहा, “जाले की जनता लंबे समय से विकास की राह देख रही है। मैं जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा।”